The Comet 1 NCERT Text Book Questions and Answers
The Comet 1 Comprehension check (Page 77)
Question 1.
Why does Indrani Debi dislike Duttada’s “hobnobbing” with Dibya ?
Answer:
Duttada was an amateur astronomer. Every night he would spend a lot of time with his telescope “Dibya”. Indrani Debi had a great concern for her retired husband’s health. The doctor had advised him to take special precautions against the cold. But Duttada was so fascinated with ‘Dibya’ that he would forget to wear his sweater. That is why she disliked Duttada’s ‘hobnobbing with Dibya.
Question 2.
She is complaining and smiling. Why is she smiling ?
Answer:
When Indrani Debi woke up in the night, she found that Duttada had again gone upstairs to be with that wretched Dibya.” She was smiling because of the absentmindedness of Duttada, who had forgotten to close the door and wear his sweater. That is why she is complaining and smiling.
Question 3.
(i) What was Duttada’s secret ambition ?
(ii) What did he do to achieve it?
Answer:
(i) Duttada’s secret ambition in life was to discover a new comet, which should be named as Comet Dutta.
(ii) After his retirement, Duttada bought a telescope and spent night after night in looking at the sky through it. Finally, he was able to discover a new comet.
Question 4.
What is the difference between a planet and a comet, as given in the story?
Answer:
Planets orbit round the sun. They are the bodies in space that move round a star, such as a sun, and receive light from it. The orbits of the planets are highly eccentric. A Comet is an object that moves round the sun. It looks like a bright star. Its long tail is brilliantly lit by the sunlight. Comets come from the remote corners of the solar system.
Question 5.
Why was Duttada hopeful that he would discover a new comet soon ?
Answer:
Duttada was an amateur astronomer. He had an eight-inch telescope. He knew that professionals keep themselves busy in looking at faint stars and nebulous galaxies. So, they miss comets. Duttada was an amateur like those who discovered new comets. He had detected a faint stranger. He was busy in his observation. On this basis, he was hopeful that he would discover a new comet soon.
Question 6.
Why does Duttada say-“I almost wish I had not discovered this comet” ?
Answer:
Duttada was an introvert. He did not like undue praise and publicity. After he discovered the comet, many public functions were held. That is why he got disgusted. So he wished that he had not discovered the comet. All this shows that he was a shy and a modest person. He did not like pomp and show.
Question 7.
Why is his wife unhappy about the discovery?
Answer:
His wife Indrani Debi was of superstitious nature. She believed that comets bring bad luck and misfortunes on earth. She was unhappy to know that her husband’s name has been associated with a comet. That is why she was not happy about the discovery.
The Comet 1 Comprehension check (Page-80)
Question 1.
How did Sir John get hold of Jame’s original manuscript?
Answer:
Sir John was the Defence Science Advisor in the Government of England. Doctor James, an eminent astronomer had written an article for a science magazine ‘Nature’. It described how Comet Dutta would collide with the earth within ten months. The editor of ‘Nature’, who was a friend of Sir John, had sent the article to him for seeking his opinion.
Question 2.
What is the important point the paper makes ?
Answer:
Dr. James Forsyth’s paper on Comet Dutta had predicted that the comet would collide with the earth within ten months. The collision, according to him was inevitable barring rare circumstances. It could cause complete destruction on earth.
Question 3.
Why does Sir John say that James’ paper should not be published ?
Answer:
Dr. James’ article predicted that Comet Dutta would collide with the earth within ten months. The report of complete destruction would cause panic amongst the people of the world. That is why Sir John firmly believed that James’ paper must not be published. He suggested to Dr. James that the article should be toned down by using many “ifs” and “buts.”
Question 4.
What do the two men finally decide to do ?
Answer:
They thought that the problem of collision of comet Dutta with the earth was too serious. Sir John showed real concern at the prediction. This problem definitely needed more than two brains. So, the two men finally decided to call an urgent meeting of experts and top scientists of the world. They would plan how the cometary collision could be averted.
The Comet 1 Introduction
Manoj Dutta is an amateur astronomer, who is very fond of his telescope, ‘Dibya Chakshu’. He discovers a comet, which is named after him and is called Comet Dutta. A British Scientist Dr. James writes a paper on Duttada’s discovery. He predicted that within ten months, Comet Dutta would collide with the earth. Sir John, the Defence Science Adviser plans to convene a conference of experts and top scientists of the world to think how this calamity can be averted.
The Comet 1 Word Notes Pages 73–75.
Complete Hindi Translation
A new comet …………. the comet? (Page 73)
आकाश में एक नया पुच्छल तारा (धूमकेतु) उदय हुआ है और सीधा पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है। आमने-सामने की टक्कर, जो प्रायः अटल है, का परिणाम इस ग्रह पर जीवन का नाश होगा। वैज्ञानिक और धार्मिक नेता इस परिस्थिति से दो भिन्न प्रकार की प्रतिक्रियाएँ करते हैं। धूमकेतु का क्या होता है?
Part-I
Duttadla, an umuteur…….. ……….. search. (Page 73)
• दत्तादा, एक शौकिया वैज्ञानिक, पैनी नज़र वाले दिब्य-चक्षु से अधिक समय तक अलग नहीं रह सकते।
• दिव्या उन्हें अपनी गुप्त महत्त्वाकांक्षा को पूरा करने में सहायक होती है।
• दत्तादा की पत्नी, इन्द्रानी देवी, कामना करती है कि उन्होंने अपनी खोज का मूर्त पदार्थ न खोजा होता।
1. It was …. ……….. not there. (Page 73)
दिसम्बर की चाँदविहीन अंधेरी रात थी। खिड़की में से ठंडी हवा का एक झोंका इन्द्रानी देवी की निद्रा भंग करने को काफी था। अर्ध-जागृत अवस्था में उसने साथ के तकिये को टटोला, यद्यपि परिणाम उसे पता था। दत्तादा वहाँ नहीं थे।
2. “So he … ……………. on hin? (Pages 73-74)
“तो वह दुष्ट दिब्या के साथ इकट्ठे समय बिताने चले गये हैं। कम से कम उन्हें द्वार बन्द करने का कष्ट तो करना चाहिए था।” जब इन्द्रानी देवी अपनी शिकायतें बड़बड़ा रही थी, वह अपनी मुस्कुराहट न रोक सकी। वह जानती थी कि उसका पति जीवन की व्यावहारिक समस्याओं के प्रति कितना भुलक्कड़ था। क्या डॉक्टर ने उन्हें बताया नहीं था कि जुकाम के लिए विशेष सावधानी बरतें? परन्तु उन्हें स्वेटर पहनना याद नहीं रहेगा भले ही वह बिस्तर वाली कुर्सी पर पड़ा हो। वह याद भी कैसे रख सकते हैं जब दिव्या ने उन पर जादू चला रखा हो?
3. She picked . …………… in Dibya’s eyes. (Page 74)
उसने सफेद ऊनी स्वंटर उठाया, स्वयं को शाल में लपेटा और दिव्या के साथ उनके मिलन को भंग करने छत पर चली गई। उसने उन दोनों को आँख से आँख मिलाकर जुड़े हुए देखा। कम से कम दत्तादा जरूर दिब्या की आँखों में झाँक रहे थे।
4. When Duttuda. ……… name stuck. (Page 74)
जव दत्तादा ने यह टेलिस्कोप (दूरबीन) खरीदी तो उन्हें इतनी खुशी हुई कि उन्होंने इसका नाम दिब्या चक्षु-दैवीय आँखें रख दिया। इन्द्रानी देवी के लिए दूरबीन एक पतित स्त्री के समान थी जिसने उसके पति को जादू से बस में कर लिया हो। इसलिए वह उसे दिव्या ही कहती थी और यह नाम पड़ गया।
5. To Duttada ….. …………. thought so. (Page 74)
दत्तादा के लिए टेलिस्कोप (दूरवीन) जीवन भर की अभिलापा की पूर्ति था। एक नये शौकिया खगोलशास्त्री के तौर पर उन्होंने एक अच्छा टेलिस्कोप खरीदने के लिए काफी धन की और समय की कामना की थी जिससे वह आकाश को देख सकें। जब वह काफी धन लेकर रिटायर (पदमुक्त) हुए तो उनकी दोनों कामनायें पूरी हो गईं। टेलिस्कोप विधिवत लगा दिया गया और दत्तादा लम्वी अँधेरी रातें तारों को देखने में गुजारने लगे। कम से कम इन्द्रानी देवी ऐसा ही सोचती थी।
6. Here! Put …. ………….. highly eccentric. (Page 75)
“लो, यह स्वेटर पहन लो अन्यथा क्या तुम चाहते हो कि नवीन बाबू को कल तुम्हें पूर्ण आराम करने की सलाह देनी पड़े?” प्रत्येक अन्य नये खगोल शास्त्रियों की भाँति दत्तादा के मन में एक गुप्त महत्त्वाकांक्षा थी कि वह एक दिन एक नया पुच्छल तारा ढूंढ निकालेंगे। पुच्छल तारे नये हो सकते हैं, वे सौर मण्डल से अति दूरस्थ कोनों से आते हैं। ग्रहों की भाँति पुच्छल तारे भी सूर्य के गिर्द घूमते हैं परन्तु उनकी धुरियाँ बहुत चक्करदार हैं।
7. So once in …….. …………….. telescopes. (Page 75)
अतः कभी-कभार एक पुच्छल तारा सूर्य के नजदीक आ जाता है। इसकी पूंछ लम्बी होती है जो सूर्य के प्रकाश में तेज चमकती है और फिर यह अंधेरे में छुप जाता है और कई वर्षों और शताब्दियों तक दृष्टिगत नहीं होता।
वह अपनी आठ इंच की दिव्या से क्या कर सकते थे? क्या शौकिया खगोलशास्त्रियों के पास भारी-भरकम दूरबीने नहीं हैं?
8. Duttada was …. ………………. had missed. (Page 75)
दत्तादा आशावादी थे। वह जानते थे कि व्यावसायिक खगोलशास्त्री अपने पूर्व निश्चित अवलोकन कार्यक्रमों में मद्धिम और धुंधले तारा पंजों की ओर देखते रहते हैं। वे साधारण पुच्छल तारे जैसी वस्तु को नहीं देख पाते, जिसे देखने की वे आशा भी नहीं करते। दरअसल नये खगोलशास्त्रियों ने ही नये कामेट (धूमकेतु) खोज निकाले हैं जिन्हें व्यावसायिकों ने छोड़ दिया था।
9. And it observation. (Page 75)
और दत्तादा को ऐसा लगा कि आज की रात एक महान रात होने जा रही है। क्योंकि उन्हीं पुराने तारों की पृष्ठभूमि में दत्तादा ने एक धूमिल से अजनबी नक्षत्र को देखा। उन्होंने अपने चार्टी की पुनः जाँच की, अपनी दिव्या को जांचा कि शीशे पर गन्दे धब्बे न हों, टार्च की रोशनी में अपने कैलकुलेटर पर कुछ गणना की………क्योंकि अपने दैनिक कार्यों में वह भुलक्कड़ थे परन्तु वह अवलोकन में अत्यन्त सावधान थे।
10. Yes, there ….. ……. correspondent. (Page 75)
हाँ, कोई गलती नहीं हो सकती। जिसे वह देख रहे थे, वह पहले वहाँ नहीं था। और यह पुच्छल तारे जैसा लगता था। दो दिन बाद ‘आनन्द बाजार पत्रिका’ ने समाचार दिया। कलकत्ता के आदमी ने नया धूमकेतू खोज निकाला। (हमारे विशेष संवाददाता द्वारा)
11. Shri Manoj.. ……….astronomer. (Pages 75-76)
श्री मनोज दत्ता, कलकत्ता के उत्तरी बाह्य क्षेत्र के निवासी ने एक नये पुच्छल तारे की खोज का दावा किया है। उन्होंने पिछली दो रातों में इस पुच्छल तारे को देखा है और इन्डियन इन्स्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिज़िक्स, बंगलौर को उसकी स्थिति के बारे में सूचित कर दिया है। आई.आई.ए. के पास कवलूर में एशिया की सबसे बड़ी नब्बे इंच की टेलिस्कोप (दूरबीन) है। यदि इसने दत्ता की खोज की पुष्टि कर दी तो यह उनके जीवन में एक खगोलशास्त्री के रूप में एक उच्च मान बिन्दु होगा।
12. Duttada, … ….. calls Dibya. (Page 76)
दत्तादा, जैसा कि उनके मित्र और प्रशंसक उन्हें प्यार से कहते हैं, का अनुमान है कि पुच्छल तारा कुछ महीनों में नंगी आँख से भी स्पष्ट देखा जा सकेगा। वह अपनी खोज के लिए सारा श्रेय अपनी आठ इंचीय टेलिस्कोप को देते हैं जिसे वह दिब्या कहते हैं।”
13. Thereafter, …… ……. discoverer. (Page 76)
उसके बाद ‘कामेट दत्ता’ को मान्यता देने और यह नाम रखने में केवल एक सप्ताह लगा। क्योंकि आई.आई.ए. ने खोज की पुष्टि की और इसकी सूचना सारे संसार को दे दी और मान्य प्रथा के अनुसार नये कामेट (पुच्छल तारा) का नाम खोजकर्ता के नाम पर रखा गया।
14. This brought ……………. …………….. reason. (Page 76)
इससे अन्तर्मुखी दत्तादा को अवांछित प्रसिद्धि मिली। अनेक स्वागत और बधाई समारोहों में शामिल होना पड़ा। एक ऐसे ही समारोह से वापिस आकर दत्तादा ने निराशा में अपने आपसे कहा, “काश! मैंने कामेट की खोज न की होती।” उन्हें आश्चर्य हुआ कि इन्द्रानी देवी सहमत हो गई। उसने कहा, “मैं भी यही चाहती हूँ पर इस वजह से नहीं।”
15. May I ask …………. ……………… concern.. (Page 76)
“क्या मैं पूछ सकता हूँ कि तुम क्यों चाहती हो कि मैंने इस पुच्छल तारे की खोज न की होती,” दत्तादा ने पूछा। “पुच्छल तारे दुर्भाग्य लाते हैं और मैं चाहती हूँ कि आप जैसे भद्र पुरुष का नाम इसकी खोज के साथ जुड़ा नहीं होना चाहिए,” इन्द्रानी देवी ने चिन्ता के साथ कहा।
16. Duttada …… …………. understood.” (Page 76)
दत्तादा हँस दिये। “मैं देखता हूँ कि एम.ए. की डिग्री भी तुम्हें अन्धविश्वासों से छुटकारा नहीं दिला सकी। किसी पच्छल तारे के आने और पृथ्वी पर आने वाली विपत्तियों में कोई सामंजस्य नहीं है। इसके विपरीत, पुच्छल तारों का वैज्ञानिक अध्ययन किया गया है और उनकी रचना को अच्छी तरह समझा गया है।”
17. There is ….. ………… exactly right. (Page 76)
उनसे किसी प्रकार की हानि नहीं है। खैर, तुम शीघ्र ही देख लोगी कि मेरा यह पुच्छल तारा बिना नुकसान पुहँचाये गुजर जाएगा और किसी को कोई कष्ट नहीं होगा। इस अन्तिम टिप्पणी में कदाचित दत्तादा सही साबित होने वाले नहीं थे।
Part – II
A British …… …. cosmic puzzle. (Page 77)
- ब्रिटेन के एक वैज्ञानिक ने दत्तादा की खोज पर एक लेख लिखा है।
- एक घटित होने वाली आपदा के विषय में वह और सुरक्षा विज्ञान सलाहकार के बीच गुप्त वार्ता होती है।
- अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों के बीच सम्मेलन से ब्रह्मांडीय पहेली का कोई हल निकल सकता है।
18.In the …. ……….. brief note. (Page 77)
किंग्स कालेज, कैम्ब्रिज के विशाल डाइनिंग हॉल में बटलर ने सम्मानपूर्वक अध्यक्ष के कान में धीमे स्वर में कुछ कहा और चाँदी की ट्रे में रखकर उसे एक लिफाफा दिया। अध्यक्ष ने जेम्स को इशारे से बुलाया और यह कहकर लिफाफा आगे बढ़ा दिया, “प्रतीत होता है कि आपको अति शीघ्र आपके कमरे में बुलाया गया है।” जैसे ही वह सुन्दर इमारत की ओर बढ़ा, जेम्स ने लिफाफा खोला। इस पर संक्षिप्त रूप में लिखा था।
19. Dear Dr Forsyth ……. Macpherson. (Page 77)
प्रिय डॉ. फोरसिथ, इस पत्र-वाहक को आदेश है कि वह आपको लंदन में मेरे दफ्तर में ले आए। कृपया देरी किए बिना आ जाएँ। मैं आपके लंदन में रात भर ठहरने का प्रबन्ध कर रहा हूँ। मुझे आपकी इस असुविधा के लिए खेद है और आपसे निवेदन है कि इस यात्रा को गुप्त रखें। मेरा विश्वास करें, यह अति आवश्यक है। भवदीय जॉन मैकफरसन
20. The signature ……. ……………… here, Sir.” (Pages 77-78)
हस्ताक्षर के नीचे पद का नाम थाः ‘डिफेन्स साइंस एडवाइज़र, हर मैज़स्टीज गवर्नमेन्ट ।’ जैसे ही जेम्स ने उनकी बैठक में प्रवेश किया तो एक बाउलर जैसी टोपी पहने व्यक्ति ने उनका स्वागत किया। “श्रीमान् मैं जॉनसन हूँ। व्हाइट हॉल का सुरक्षा अधिकारी। उसने अपना पहचान पत्र दिखाया और बोला, “मेरा ख्याल है आप जानते होंगे मैं यहाँ क्यों हूँ।”
21. “To the extent. …. slipped out. (Page 78)
“उतना ही जितना इस नोट में लिखा है,” जेम्स ने उत्तर दिया। वह जानता था कि जॉनसन से अधिक विवरण पूछना बेकार था। “मैं देरी नहीं लगाऊँगा।” जॉनसन की फोर्ड कार्टिना गाड़ी ने नब्बे मिनट से कम समय में ही उन्हें लंदन के व्हाइट हॉल पहुंचा दिया। मैकफरसन के कमरे में पहुंचने में उन्हें दस मिनट और लगे। जेम्स का सर जॉन से परिचय कराने के बाद शांत किंतु कुशल जॉनसन चला गया।
22. Dr. Forsyth, ….. ……. of mine. (Page 78)
“डॉ. फोरसिथ मैं आपका समय लेने के लिए क्षमाप्रार्थी हूँ!” सर जॉन अपने हाथ बढ़ाकर आगे बढ़े। “बिना और देरी किए मैं असल बात पर आता हूँ।” सर जॉन ने उन्हें एक टाइप किया कागज दिया। “क्यों! यह तो ‘नेचर’ को दिया मेरा लेख है। आपको यह मूल लेख कैसे प्राप्त हुआ?” जेम्स को आश्चर्य हुआ और कुछ बेचैनी भी हुई। सर जॉन ने उनकी चिन्ता भाँपते हुए कहना जारी रखा, “नेचर का सम्पादक टेलर मेरा भित्र है।”
23. “I had asked …… ……… lit his pipe. (Page 78)
“मैंने ‘नेचर’ से कहा था कि इसे बिना विलम्ब प्रकाशित कर दे क्योंकि यह बहुत महत्त्वपूर्ण है,” जेम्स परेशान नज़र आ रहा था।
“मैं मानता हूँ कि यह महत्त्वपूर्ण है। इतना महत्त्वपूर्ण कि इसे कभी भी प्रकाशित नहीं होना चाहिए अर्थात आपने जो लिखा है वह सत्य है तो।” सर जॉन ने अपना पाइप सुलगाया।
24. James would………him out. (Page 78)
जेम्स कभी भी अपने कार्य की सत्यता पर संदेह बर्दाश्त न करता न ही इस आदेश पर कि इसे दबा दिया जाए। परन्तु वह सर जॉन को एक सम्मानित वैज्ञानिक के रूप में जानता था और उनकी बात सुनना चाहता था।
25. Please do… ……… if it is correct. (Page 78)
“डॉ. फोरसिथ, कृपया मुझे गलत न समझें। मैं आज टेलर से लंच पर क्लब में मिला था जहाँ उसने मुझे आपका लेख दिखाया-आप जानते ही हो कि मुझे अभी भी खगोल विद्या में गहन रुचि है। इसे किसी व्यावसायिक निर्णायक के पास भेजने से पूर्व मेरी राय पूछी। मैंने तुरंत अनुभव किया कि आपके परिणाम, यदि सही हैं तो, इससे बड़ी उलझनें होंगी।”
26. Let me …. ……………. it will. (Page 79)
“मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ, सर जॉन, कि यह सही है। इसके लिए मैं अपनी ख्याति दाव पर लगाने को तैयार हूँ।” जेम्स और अधिक सहन नहीं कर सका।। “क्या आप समझते हैं कि कामेट दत्ता पृथ्वी से टकरा गया जैसे कि आपने घोषणा की है तो क्या घटित होगा?”
27. “The effects ……………………………. circumstances?” (Page 79)
“(इसके) परिणाम विनाशकारी होंगे। यही कारण है कि मैंने अपनी गणना की जाँच करने में अत्यधिक सावधानी बरती है। विरल परिस्थितियों को छोड़कर टकराव अनिवार्य है।” जेम्स विश्वस्त था। परन्तु सर जॉन ने एक वाक्यांश छांटाः “वे विरल परिस्थितियाँ क्या हैं?”
28. Well, it …… …………….. in a year. (Page 79)
“हो सकता है धरती पर पहुंचने से पहले यह किसी छोटे तारे से टकरा जाए या सूर्य के निकट फट जाए या भाप बन कर उड़ जाए……..।” “परन्तु इन आकस्मिक घटनाओं पर निर्भर नहीं किया जा सकता। हमें इसी संभावना पर चलना है कि कामेट दत्ता पृथ्वी से टकरायेगा। एक करोड़ वर्ष में एक बार पुच्छल तारों के टकराव की आशा होती है। परंतु अब हम जानते हैं कि अगला टकराव एक वर्ष में होगा……..”
29. “Ten months …. … catastrophe. (Page 79)
“दस महीनों में, सही तौर पर,” जेम्स ने बीच में कहा। “धन्यवाद ठीक करने के लिए। क्या आप समझते हैं कि पृथ्वी के सभी प्रकार के जीवों के जीवन के लिए केवल दस मास बाकी हैं? क्या आप नहीं सोचते कि हमें इसे रोकने के लिए कुछ करना चाहिए?” एक उड़ती हुई हँसी जेम्स के चेहरे पर आई। ‘ठीक एक सरकारी अफसर की तरह! जैसे कि हम यहाँ एक मामूली बदअमनी की स्थिति का सामना कर रहे हों,’ उसने अपने मन में सोचा। ऊँचे स्वर में उसने कहा, “क्या मैं पूछ सकता हूँ, इस प्राकृतिक विनाश को हम कैसे रोक सकते हैं?”
30. “I don’t … sooner or later. (Page 79)
“मैं नहीं जानता, परंतु प्रयत्न करने के अतिरिक्त हमारे पास कोई चारा नहीं। मेरे विचार में इस स्थिति से निपटने के लिए हमें दो से अधिक दिमागों की जरूरत है। यह आवश्यक है कि संसार के विशेपज्ञों की एक अति आवश्यक सभा इसका निदान करने के लिए बुलाई जाए और वह भी गुप्त रूप से। जरा सोचो संसार में कितना भय फैल जाएगा यदि भयंकर समाचार प्रकट हो गया।” सर जॉन ने जेम्स के हाथ में पांडुलिपि की ओर देखा।। “मेरे इस लेख को दवा देने से सच्चाई नहीं छुपेगी, सर जॉन,” जेम्स ने कहा। “और भी लोग हैं जो देर-सवेर इसी निष्कर्ष पर पहँचेंगे।”
31. “No. Do not ….. ………… how long?” (Page 80)
“नहीं। इसे दबाओ नहीं, इसे थोड़ा हल्का कर दो। अपने निष्कर्प को इतना निश्चित नहीं करने के लिए इसमें कुछ अगर-मगर डाल दो।…….. दूसरे देशों के अपने मित्रों पर भी इसी प्रकार की सावधानी बरतने के लिए मैं अपने प्रभाव का उपयोग करूँगा।”
“कितनी देर तक?”
32. “Until this ……. ………….. out details. (Page 80)
“जव तक यह मनहूस कामेट सुरक्षित न निकल जाए। आओ थोड़ा समय अब हम इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन की विस्तृत रूपरेखा बनाने में लगाएँ। क्या हम इसे यहाँ एक सप्ताह में बुलाएँ?” ऐसे महत्त्वपूर्ण अतंर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों के गुप्त सम्मेलन की योजना के लिए एक सप्ताह ! जेम्स ने इसे एक असम्भव कार्य समझा, परन्तु सर जॉन सहमत नहीं थे और उसके विवरण जुटाने में जुट गए।
The Comet 1 MCQs Multiple Choice Questions
Question 1.
What name is given to 8-inch telescocpe ?
(a) Dibya Bandhu
(b) Dibya Chakshu
(c) Dibya Tele
(d) None of the above
Answer:
(b) Dibya Chakshu
Question 2.
What was Duttada’s ambition of life ?
(a) To have a decent flat
(b) To discover a comet
(c) To be regarded as a millionaire
(d) All the above
Answer:
(b) To discover a comet
Question 3.
Who treated the discovery of comet an evil object ?
(a) Manoj Dutta
(b) Indrani Debi
(c) Dr. James
(d) Sir John Macpherson
Answer:
(b) Indrani Debi
Question 4.
Who was a professor at King’s College, Cambridge ?
(a) Dr. James Forsyth
(b) Sir John Macpherson
(c) Manoj Dutta
(d) Taylor
Answer:
(a) Dr. James Forsyth
Question 5.
Dr. James wrote a paper in which paper ?
(a) Times
(b) Nature
(c) Science World
(d) Defence Weekly
Answer:
(b) Nature
Question 6.
Who decided to call a meeting of International Experts?
(a) Dr. James
(b) Sir John Macpherson
(c) Manoj Dutta
(d) Taylor
Answer:
(b) Sir John Macpherson
Question 7.
Who was Defence Science Advisor to the UK Government ?
(a) Taylor
(b) Dr. James
(c) Sir John Macpherson
(d) Manoj Dutta
Answer:
(c) Sir John Macpherson
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- Chapter 2 The Tsunami
- Chapter 3 Glimpses of the Past
- Chapter 4 Bepin Choudhury’s Lapse of Memory
- Chapter 5 The Summit Within
- Chapter 6 This is Jody’s Fawn
- Chapter 7 A Visit to Cambridge
- Chapter 8 A Short Monsoon Diary
- Chapter 9 The Great Stone Face 1
- Chapter 10 The Great Stone Face 2
NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Poem
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